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बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया में गंगा नदी में बड़ा हादसा हुआ है। आज यानि सोमवार को मुंडन संस्कार के दौरान श्रद्धालुओं से भरी एक नाव गंगा में पलट गई। इस हादसे में चार लोगों की मौत की खबर है। वहीं, कुछ लोग गंगा की तेज धारा में लापता हो गए हैं। मौके पर बचाव टीम पहुंची है और लोगों के रेस्क्यू में जुटी हुई है। बताया जा रहा था कि नाव में 30 से 35 लोग सवार थे।
ये हादसा सहर कोतवाली क्षेत्र के माल्देपुर गंगा घाट के पास हुआ है। जानकारी के मुताबिक, ऐसा दावा किया जा रहा है कि नाव पर क्षमता से अधिक लोग सवार थे। इसी वजह से नाव गंगा में डूबी। वहीं, ये भी आशंका जताई जा रही है कि शायद नाव में ही कोई गड़बड़ी हो या नाव के चलाने वाले नाविक से कोई गलती हुई हो, जिसकी वजह से नाव डूबी है। हालांकि, प्रशासन के अधिकारी हादसे के कारणों को लेकर कुछ भी कहने से इनकार कर रहे हैं।
मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने कहा है कि उनकी पहली प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है। गंगा में कितने लोग लापता हुए हैं, अभी उसकी संख्या को लेकर कोई स्पष्ट आंकड़ा सामने नहीं आया है। बताया जा रहा है कि इस हादसे में जिन लोगों को तैरना आता था, वह लोग बाहर तट पर आ गए हैं।
बताया जा रहा है कि गंगा में नाव धीरे-धीरे आगे की ओर बढ़ रही थी। तभी असंतुलित हो गई। लोग चीखने-चिल्लाने लगे। फिर अचानक ही नाव गंगा में समा गई। नाव में कुछ महिलाएं भी सवार बताई जा रही हैं। प्रशासन के अधिकारी नाव चलाने वाले नाविक की तलाश कर रहे हैं। घाट पर अफरातफरी की स्थिति मची हुई है। लोग किनारे से ही रेस्क्यू टीम के अधिकारियों से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
अधिकारियों ने कहा कि नाविकों को सख्त निर्देश हैं कि क्षमता से अधिक लोग नाव पर नहीं सवार कराएं। फिर भी कुछ नाविक नहीं मान रहे हैं। हालांकि, घाट पर मौजूद लोगों की माने तो इसके दोषी सिर्फ नाविक नहीं, उसमें सवार यात्री भी हैं। कई बार वह जबरदस्ती नाव पर सवार हो जाते हैं, जिससे नाव ओवरलोड हो जाती है। कभी-कभी तो गंगा की बीच धारा में कुछ लोग हुड़दंगई करने लगते हैं। इस वजह से नदी में नाव डूबने का खतरा बना रहता है।