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प्रयागराज। 24 फरवरी को दिन दहाड़े हुए उमेश पाल शूटआउट के बाद अतीक अहमद गैंग के मददगार 17 पुलिसकर्मियों का गैर जनपद ट्रांसफर कर दिया गया है। इससे पहले भी अतीक अहमद को सूचनाएं लीक करने के आरोप में प्रयागराज से हटाकर दूसरे जिलों में तैनाती दी गई थी। इस मामले की पुलिस अपने स्तर पर जांच भी करा रही है। तबादला का जो हवाला दिया गया है वह प्रशासनिक आधार बताया गया है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि इन सभी के बारे में शासन तक शिकायत पहुंची थी।
सिपाही मोहम्मद आमिर खान को गोंडा, मेराज खान को जालौन, मोहम्मद आकिब रजा खान को सीतापुर, अरशद खान को आगरा, उर्दू अनुवादक मुनव्वर खान को हाथरस भेजा गया है। इसी तरह हेड कांस्टेबल जावेद खान को हरदोई, तौफीक खान को औरैया, सरफराज खान को फतेहगढ़, सिराज अहमद खान को एटा, अफरोज खान को इटावा, अफरोज खान द्वितीय को हमीरपुर, नौशाद को बलरामपुर, मोहम्मद बाबर खान को अमरोहा, मोहम्मद शाहिद खान को बागपत, इरशाद अहमद सिद्दीकी को बुलंदशहर, मोहम्मद शाह आलम को पीलीभीत ट्रांसफर किया गया है।
माफिया अतीक अहमद अपने मंसूबों को अमली जामा पहनाने के लिए हर स्तर पर चालें चलता था। इसी कड़ी में अतीक अहमद अपने खास पुलिसकर्मियों को करेली और धूमनगंज थानों में तैनाती भी कराता रहा है। यही कारण है कि जनपद में तैनात कुछ पुलिसकर्मी ऐसे हैं जो अतीक अहमद और उनके गुर्गों से ताल्लुक रखते हैं। प्रशासनिक कार्रवाई और सूचनाएं अतीक गैंग के मेंबर्स को पहुंचाते हैं। इन पुलिसकर्मियों ने अतीक और उसके गुर्गों की मदद से ही तमाम संपत्तियां भी अर्जित कर ली हैं। इन सिपाहियों के पास बेशकीमती जमीनें और मकान हैं।
सूत्रों के मुताबिक एसओजी में तैनात एक सिपाही ऐसा भी है जिसके संबंध पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी और बाहुबली अतीक अहमद से हैं। पिछले दिनों पेशी पर जिला कचहरी लाए जाने के दौरान मुख्तार का उससे बातचीत करते वीडियो भी वायरल हुआ था।