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नई दिल्ली। मणिपुर में हिंसा की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला पश्चिमी इंफाल का है। यहां शुक्रवार रात एक बार फिर सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर झड़प हुई। केंद्रीय सुरक्षा ने स्पेशल कोर्ट से जमानत पर रिहा किए गए पांच युवकों में एक को दोबारा गिरफ्तार कर लिया, जिसके विरोध में एक बार फिर से पश्चिमी इंफाल में हिंसा भडक़ गई। अधिकारियों के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए चार युवकों को जमानत मिलने के बाद वापस उनके परिवार को सौंप दिया, लेकिन केंद्रीय सुरक्षा बलों ने प्रतिबंधित पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के पूर्व कैडर मोइरांगथेम आनंद को दोबारा गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए आनंद की स्थिती के बारे में फिलहाल कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई।
जानकारी मिलने के बाद आनंद की पत्नी इंफाल पुलिस स्टेशन पहुंची, जहां उसने बताया कि पुलिस ने उसे जानकारी दी कि उसके पति आनंद को 10 साल पुराने केस में गिरफ्तार किया गया है। वहीं रिहा किए गए युवकों में से एक एल माइकल ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि हममें से चार को जेल से रिहा कर दिया गया था, लेकिन कुछ अधिकारियों ने आनंद को भगा दिया था, माइकल ने कहा कि आखिरी बार उन लोगों नेआनंद को तभी देखा था।
इस बीच आनंद की दोबारा गिरफ्तारी से नाराज लोग सडक़ों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने पश्चिमी इंफाल जिले के क्वाकीथेल स्ट्रेच, सिंगजामेई और उरीपोक में सरकार और पुलिस के खिलाफ बीच सडक़ पर टायर जलाए। हालात बिगड़ते देख प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आरएएफ कर्मियों सहित सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे। आपको बता दें कि शुक्रवार को इंफाल की विशेष अदालत ने पांचों युवकों को रिहा किया था। रिहाई से पहले युवकों से50 हजार का पीआर बॉन्ड भी भरवाया गया था। इससे पहले 16 सितंबर को इंफाल पूर्वी जिले के कोंगबा में पुलिस ने चार लोगों के साथ ही आनंद को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार युवकों के पास से पुलिस ने78 राउंड गोला बारूद के साथ एक इंसास राइफल भी बरामद की थी।