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लखनऊ,(माॅडर्न ब्यूरोक्रेसी न्यूज)ः प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज यहाँ राजभवन में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर के ‘समर्थ पोर्टल‘ का डिजीटली बटन दबाकर उद्घाटन किया। इसके साथ ही यह विश्वविद्यालय समर्थ के 41 माड्यूल के साथ पोर्टल लांच करने वाला प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय बन गया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की समर्थ पोर्टल के लिए कार्य करने वाली समस्त टीम को बधाई दी और कहा कि ‘समर्थ पोर्टल‘ से कुलपतियों का कार्य आसान हुआ है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत इस पोर्टल को सभी विश्वविद्यालयों द्वारा लागू किया जाना आवश्यक है। इसके द्वारा सभी प्रशासनिक एवं अकादमिक कार्यों का डिजिटल सम्पादन हो सकेगा। प्रत्येक कार्य की प्रगति, वस्तुस्थिति को एक क्लिक दे देखा जा सकेगा। उन्होंने समर्थ पोर्टल डेवलेप करने वाली दिल्ली विश्वविद्यालय की टीम को उनके उल्लेखनीय कार्य करने के लिए बधाई का पात्र बताया और कहा कि इसका क्रियान्वयन अब पूरे देश में हो रहा है। ये पोर्टल विश्वविद्यालय की प्रत्येक गतिविधि के लिए उपयोगी है। राज्यपाल ने कहा कि ये पोर्टल विद्यार्थियों और शिक्षकों सभी के लिए भी उपयोगी है। पोर्टल लागू होने से सभी जानकारी आसानी से प्राप्त हो सकेगी। नए कुलपतियों को पुराने सभी विवरण सुविधापूर्वक उपलब्ध हो सकेंगे। राज्यपाल ने पोर्टल के उपयोग से विद्यार्थियों को जोड़ने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पोर्टल उपयोग की जानकारी रखने से विद्यार्थी विश्वविद्यालय शिक्षा उपरांत भी जुड़े रहेंगे और गतिविधियों में साझेदारी करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विश्वविद्यालय की अलग-अलग आवश्यकताएं हो सकती हैं, विश्वविद्यालय अपनी आवश्यकतानुसार पोर्टल अपडेशन के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय की समर्थ पोर्टल की टीम से सम्पर्क कर सकते हैं। बैठक में राज्यपाल जी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से आॅनलाइन जुड़े समर्थ पोर्टल के संयोजक प्रो0 संजीव सिंह से उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में पोर्टल उपयोग की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने प्रगति विवरण के साथ अवगत कराया कि प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया अब ‘समर्थ‘ के माध्यम से हो रही है। राज्यपाल ने बैठक में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, गोरखपुर के समर्थ पोर्टल के माध्यम से पेंडिंग लीगल केसेज का विवरण देखा और बड़ी संख्या में लम्बित केसेज के शीघ्र निस्तारण के लिए चर्चा की। उन्होंने कहा कि केसेज की स्क्रूटनिंग कराएं और लम्बित होने के कारणों का पता लगाकर निस्तारण कराया जाए। बैठक में राज्यपाल जी ने विश्वविद्यालयों के भवनों का शिक्षण कार्य उपरांत अन्य प्रशिक्षण कार्यों के लिए करने, कौशल विकास के प्रशिक्षुकों को आर्थिक उपार्जन में समर्थ होने तक सहायता करने, इण्डस्ट्रीज के लिए उपयोगी प्रशिक्षुओं को हुनरमंद बनाकर रोजगार से जोड़ने पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत बनाने में सहयोग करें। बैठक में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 जयप्रकाश सैनी ने जानकारी दी कि पोर्टल लांच होने से एडमिन साइट से वो सम्पूर्ण व्यवस्थाएं देख सकेंगे। इससे प्रशासनिक व्यवस्थाएं सुदृढ़ होंगी। इस सिंलग पोर्टल पर विद्यार्थी अपनी उपस्थिति, फीस, सेमेस्टर वाइज विषय पंजीकरण, फीड बैक देना, छात्रावास के लिए आवेदन, शिकायत एवं सुझाव आदि दे सकेंगे। इम्प्लाई अपनी छुट्टी का आवेदन, पे-स्लिप, विद्यार्थियों के अंक फीडिंग, लेक्चर उपस्थिति, शिकायत, प्रमोशन कैरियर अपडेशन, शोध कार्य विवरण, आदि प्रोफाइल बनाकर अपलोड कर सकेंगे।