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लखनऊ,(माॅडर्न ब्यूरोक्रेसी न्यूज)। लखनऊ विश्वविद्यालय में नवीनीकृत एपी सेन सभागार का कुलपति प्रो आलोक कुमार राय द्वारा उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर वाणिज्य संकाय के द्वारा कुलपति की अध्यक्षता में संकाय के शिक्षकों और शोध छात्रों के लिए एक संवाद सत्र का आयोजन किया गया।
सत्र की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई और उसके बाद विश्वविद्यालय कुलगीत आयोजित हुआ। स्वागत भाषण अधिष्ठाता वाणिज्य संकाय- प्रो. रचना मुजू द्वारा दिया गया। इसके बाद शोध छात्रों को विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं तथा अनुसंधान को अधिक प्रभावी करने की दिशा में अपने विचार साझा करने का अवसर दिया गया।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने एक समृद्ध और सहयोगात्मक सभा में शोध छात्रों को संबोधित किया। सत्र के दौरान कई शोध विद्वानों ने अपने विचार और चिंताएँ व्यक्त कीं। कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने संस्थान और समाज दोनों में बड़े पैमाने पर योगदान देने में शोध विद्वानों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने शोधार्थियों से विश्वविद्यालय के साथ सहानुभूतिपूर्ण और रचनात्मक संबंध बनाए रखने और इसकी सीमाओं को पहचानने का आग्रह किया। उन्होंने वाई-फाई, अंतःविषय अनुसंधान सुविधा और शिक्षा के आधुनिकीकरण के प्रावधान सहित अनुसंधान विद्वानों के सामने आने वाले विभिन्न मुद्दों के समाधान के लिए चल रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी। प्रो. राय ने आगामी परिवर्तनों का भी अनावरण किया, जैसे डिजिटल थीसिस जमा करने की प्रक्रिया, छात्रों के लिए एक शोध पोर्टल और पारदर्शिता के लिए एक फाइल ट्रैकिंग प्रणाली को प्रारंभ करने की सूचना दी। उन्होंने अनुसंधान विद्वानों को अन्य संस्थानों के साथ सहयोग करके और खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों सहित विश्वविद्यालय की गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेकर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया। सत्र में अधिष्ठाता छात्र कल्याण एवं डीन एकेडमिक्स प्रो पूनम टंडन ने शोधार्थियों के लिए विश्वविद्यालय द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में अवगत कराया। वहीं प्रो संगीता साहू, विभागाध्यक्ष, व्यवसाय प्रशासन विभाग ने भी अपने विचार व्यक्त किए। वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष प्रो राम मिलन ने अंत में सभी को धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।