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लखनऊ,(मॉडर्न ब्यूरोक्रेसी न्यूज)ः नव संवत्सर के शुभ अवसर पर आध्यात्मिक एवं संस्कृति नगरी काशी में भूत-भावन बाबाभोलेनाथ,भगवान परशुराम एवं गंगा मां के चरणों में सर्व ब्राह्मण महासभा के तत्वाधान में स्वर्गीय प्रोफेसर वीरभद्र मिश्र वाटिका तुलसी घाट वाराणसी में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि डॉ रवींद्र शुक्ला पूर्व मंत्री शिक्षा एवं कृषि उत्तर प्रदेश शासन थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पंडित कमलाकांत उपाध्याय राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्व ब्राह्मण महासभा वाराणसी ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर विश्वभर नाथ मिश्रा थे। होली मिलन समारोह के विशिष्ट अतिथियों में पद्मश्री प्रोफ़ेसर कमलाकर त्रिपाठी प्रोफेसर आद्या प्रसाद पांडे प्रोफेसर एस एन उपाध्याय डॉक्टर कामेश्वर उपाध्याय पंडित कृपा निधान तिवारी आदि थे। कार्यक्रम के सारस्वत अतिथि पदमश्री पंडित शिवनाथ मिश्र प्रोफेसर जे एस त्रिपाठी प्रोफेसर टीपी चतुर्वेदी एवं पंडित बृजेश कुमार त्रिपाठी थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ पाणिनि कन्या महाविद्यालय एवं शास्त्रार्थ महाविद्यालय के छात्रों द्वारा वैदिक मंगलाचरण प्रस्तुत करके शुरू किया गया। कार्यक्रम में सभी अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर फूलों से होली खेला गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा.रविन्द्र शुक्ल ने कहा कि ब्राह्मण अपनी व्यवस्था के अनुरूप अपने आचरण एवं व्यवहार कर समाज के सम्मुख आदर्श प्रस्तुत करें। प्रोफेसर विश्वम्भर नाथ मिश्रा ने कहा कि ब्राह्मण समाज प्राचीन समय से समाज को दिशा निर्देशन देता आया है और समाज को संगठित करता है। कार्यक्रम में संस्था की वार्षिक पत्रिका जनमानस का विमोचन भी किया गया। प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे प्रोफेसर परमेश्वरप्पा बाडगी, प्रोफेसर आदित्य त्रिपाठी प्रोफेसर नरेंद्र शंकर त्रिपाठी डॉ आशुतोष मिश्रा डॉ रवि रंजन शर्मा डॉक्टर देवदूत विजयकांत उपाध्याय आनंद उपाध्याय सरस डॉ अर्चना गोस्वामी श्रीमती मंजू चौबे डॉ अरुण कुमार उपाध्याय पंडित हेरम्ब मिश्रा पंडित बसंत राय को अंग वस्त्र में स्मृति चिन्ह एवं माला पहनाकर काशी रत्न से सम्मानित किया गया। होली मिलन समारोह में राकेश चौबे डॉक्टर अमलेश शुक्ला प्रज्ञा त्रिपाठी संदीप ने गायन एवं नृत्य से कार्यक्रम में समा बाधा। साथ ही साथ कार्यक्रम में ब्राह्मणों की समस्या एवं निवारण पर विशेष जनों द्वारा विचार आमंत्रित किया गया। सभी वक्ताओं ने ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की स्थापना, समान नागरिक संहिता लागू हो, मंदिरों के पुजारी को वेतन ,कृषि योग्य भूमि का व्यवसायीकरण बंद हो, देवी देवताओं की मूर्तियों का व्यवसायीकरण बंद हो, मिर्जापुर जनपद का नाम परिवर्तित कर विंध्यवासिनी नगर किया जाए तथा धार्मिक स्थल अयोध्या काशी मथुरा में पूर्ण शराबबंदी हो, इस विषय पर भी अपने विचार प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन पंडित कृष्णानंद चौबे ने किया एवं मंच संचालन डॉक्टर गणेश शास्त्री एवं डॉ राजेश पाठक ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डा. वीणा पांडेय डा. टी एम महापात्र, पं दिवाकर द्विवेदी सरोजिनी महापात्रा गीता शास्त्री पवन शुक्ला, प्रकाश दुबे स्नेह द्विवेदी सुनील कुमार उपाध्याय, सुनील कुमार पांडे केडी मिश्रा, सुरेंद्र पांडे, संतोष कुमार तिवारी ,सुमन अग्निहोत्री, कर्नल दिनेश उपाध्याय, पंडित विनय कुमार मालवीय, सुभाष चंद्र गोस्वामी, विनय दूबे संजय तिवारी आदि उपस्थित थे।