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लखनऊ में ताश के पत्तों की तरह ढही ईमारत, आठ की मौत, दर्जनों घायल, मुकदमा दर्ज

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लखनऊ,(माॅडर्न ब्यूरोक्रेसी न्यूज)। ट्रांसपोर्ट नगर में तीन मंजिला हरमिलाप कांप्लेक्स बीते शनिवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे ताश के पत्तों की तरह ढह गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि कांप्लेक्स में दवा, मोबिल आयल समेत चार गोदाम थे, जिनमें उस समय तीस से अधिक लोग काम कर रहे थे। ईमारत के मलबे के नीचे दबने से आठ लोगों की मौत हो गई और 21 घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। मलबे में अभी कई और लोगों के फंसे होने की आशंका है। हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन के अलावा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और दमकल की टीमें रेस्क्यू में लगी हैं। बचाव दल कटर से इमारत के पिलर और सीमेंट का मलबा काटकर लोगों को निकालने में जुटे हैं।

प्रशासन का कहना है कि मलबे के ढेर के नीचे लोगों के दबे होने के कारण हताहतों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं रविवार को सुबह लखनऊ के जुनाबगंज चैराहे पर धीरज गुप्ता का शव उनके परिजनों ने रखकर हंगामा किया। देखते ही देखते यहां प्रदर्शन की नौबत आ गई। उनकी मांग है कि सरकार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करे और मुआवजा दिया जाए।बाद में स्थानीय विधायक राजेश्वर सिंह से फोन पर बात करने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए मान गए। विधायक ने उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया। ट्रांसपोर्ट नगर चैकी इंचार्ज एमके सिंह की तहरीर पर हरमिलाप बिल्डिंग के मालिक राकेश सिंघल पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें कहा गया बिल्डिंग के निर्माण में खराब सामग्री का प्रयोग किया गया है। घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल करने की वजह से बिल्डिंग कम समय में ही जर्जर हो गयी थी। लेकिन कोई कार्रवाई न करने की वजह से हादसा हो गया है। वहीं बिल्डिंग में काम करने वाले लोगो द्वारा पूर्व में मालिक राकेश सिंघल को इमारत के जर्जर होने बारे में बताया गया था।

आखिर अचानक इमारत ढहने की वजह क्या है?

हर तरफ बस यही आम चर्चा और लोगों की जुबान पर बस यही सवाल की आखिर अचानक इमारत ढहने की वजह क्या है? इस पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। कहा जा रहा है कि हादसा घटिया निर्माण और पिलर धंसने के कारण हुआ है। चार इंची दीवार पर पूरी इमारत खड़ी की गई थी। निर्माण कार्य के समय सरिया भी बहुत पतली लगाई गई। इसके अलावा सीलन भी बनी रहती थी।

घटना की होगी बारीकि से जांच

जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार का कहना है कि बिल्डिंग कैसे गिरी जांच के बाद ही इसकी असल वजह सामने आ पाएगी। देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जताया है तो वहीं प्रदेश सरकार ने अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार और एडीजी ला एंड आर्डर अमिताभ यश को मौके पर जाने के निर्देश दिए हैं। घायलों को लोकबंधु अस्पताल, केजीएमयू ट्रामा सेंटर समेत अन्य अस्पतालों में इलाज के लिए भेजा गया है।

क्या बारिश के कारण धंसा पिलर या फिर कोई अन्य वजह


तीसरे तल पर भी दवा का गोदाम है। घटना के समय बारिश हो रही थी। गुरमीत के 38 वर्षीय बेटे जसप्रीत साहनी भी ऑफिस में बैठे थे। ट्रक में माल आया हुआ था। करीब 20 मजदूर ट्रक में लगे दवाइयों के गत्ते उतार रहे थे। इस बीच एकाएक इमारत भरभरा कर ढह गई। चारों तरफ चीख पुकार मच गई। लोग मलबे में दब गए। आस पड़ोस की दुकानों और इमारत में बैठे लोग बाहर निकल आए। इमारत का एक हिस्सा आगे की ओर झुका हुआ था। हादसे में बाल बाल बचे लोकबंधु अस्पताल में भर्ती गोंडा के दीपक कुमार ने बताया कि वह दवा कंपनी में काम करते हैं। मजदूर ट्रक से गत्ते उतार रहे थे। वह माल देखने के लिए बाहर निकले तभी अचानक इमारत का पिलर धंसने लगा। वह चीखते हुए अंदर भागे और लोगों को बाहर आने के लिए कहने लगे। लोग बाहर निकल पाते इससे पहले ही इमारत भरभरा कर गिर गई। वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना था कि बिल्डिंग को बनाने में घटिया निर्माण समाग्री का प्रयोग किया गया तो वहीं कुछ का कहना है कि जहां पर ईमारत ढही है वहां पर हमेशा जलभराव रहता है जिस कारण नींव कमजोर होने से यह हादसा हो गया। लखनऊ विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन सेल के प्रभारी अतुल कृष्ण सिंह का कहना है कि यह इमारत कुमकुम सिंघल की है। इमारत का मानचित्र 31 अगस्त 2010 में पास हुआ था। इमारत में किसी तरह का बेसमेंट नहीं था और निर्माण भी नहीं हो रहा था। इमारत के भूतल पर व्यवसायी निखिल अग्रवाल का मोबिल आयल का काम है। दूसरे तल पर गोमतीनगर एल्डिको के रहने वाले गुरमीत साहनी का दवा का काम है। उसी में गोदाम भी बना रखा है।

लोकबंधु अस्पताल में भर्ती घायलों की सूची

राजेंद्र (25)
भानु सिंह (22)
शत्रुघ्न सिंह (60)
शिव मोहन (38)
प्रवीना (30)
शांति देवी (65)
आदर्श यादव (10)
काजल यादव (14)
आकाश कुमार (28)
आकाश सिंह (24)
विनोद यादव (45)
आदित्य (21)
आकाश कुमार (19)
अनूप मौर्य (40)
बहादुर (55)
ओम प्रकाश (25)
हेमंत पांडेय (37)
सुनील (28)
दीपक कुमार (28)
लक्ष्मी शंकर (25)
अतुल राजपूत (25)
नीरज (35)

हादसे में जान गवंाने वालों के नाम

1.मनजीत सिंह शहानी
2. धीरज
3.पंकज
4.अरुण
5. राम किशोर
6. राजेश कुमार
7. रुद्र यादव
8. जगरूप सिंह

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