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लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस व एटीएस की सहारनपुर फील्ड यूनिट ने कुछ दिन पहले सहारनपुर और देवबंद में कथित तौर पर फज़ऱ्ी दस्तावेज बनवाकर रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों को गिरफ्तार किया था। एटीएस की इस कार्रवाई के बाद सहारनपुर के एसएसपी ने संदिग्ध लोगों की धड़पकड़ के लिए ऑपरेशन तलाश शुरू किया है। इस विशेष अभियान के जरिये अब जिले के सभी थानों में पुलिस घर-घर जाकर संदिग्ध लोगों की तलाश कर रही है।
सहारनपुर के एसएसपी डॉ विपिन ताडा ने कहा है कि ऑपरेशन तलाश के तहत जिले की सभी सुरक्षा एजेंसियों और 22 थानों को आदेश दिया गया है कि वह जिले के हर गांव, शहर के हर गली-मोहल्ले में जाकर हाल के दिनों में बाहर से आये सभी लोगों का सत्यापन करे। इसके अलावा एसएसपी ने सभी मोबाइल सिम विक्रेताओं,पासपोर्ट केंद्रों, जनसेवा केंद्रों के साथ-साथ सभी बैंकों के अधिकारियों से भी संपर्क करने को कहा है। और हाल के दिनों में बैंकों में खुले खातों की जांच करने की बात कही है।
एटीएस ने 20 जुलाई को देवबंद में छापेमारी करते हुए हबीबुल्लाह और अहमदुल्लाह नाम के दो बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया था, जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लंबे समय से देवबंद में रह रहे थे। जानकारी के मुताबिक यहां पर रहकर इन्होंने दीनी पढ़ाई की और वहां अपना छोटा-मोटा रोजगार भी कर शुरू कर लिया। एटीएस ने इन दोनों के पास से राशन कार्ड, आधार कार्ड और पैन कार्ड भी बरामद किया था। जिसके बाद दोनों को जेल भेज दिया।
देवबंद के बाद 25 जुलाई को मंडी थाना इलाके की पीरवाली गली में रह रहे अनवर और अकबर नाम के दो रोहिंग्या नागरिक गिरफ्तार किए थे, ये दोनों भी कई सालों से सहारनपुर में फर्जी दस्तावेज बनवा कर एक स्लॉटर हाउस में काम कर रहे थे। और इसी इलाके में रहने के लिए एक कमरा ले रखा था।