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लखनऊ,(मॉडर्न ब्यूरोक्रेसी न्यूज)ः लविवि के छात्र-छात्राओं ने षिक्षा के इतर आज कैम्पस में नवाचार की दुनिया के तमाम रंगों से रूबरू हुये, नये नये आइडिया, बिजनेस, स्टार्टअप और बाजार के जोखिमों व उसके समाधान को लेकर मंथन किया गया। मौका था विवि में इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज (आईएमएस) ने बीबीए तृतीय सेमेस्टर के छात्रों के लिए आइडिया इग्नाइट – कैंपसप्रिन्योर बनें 2025 के आयोजन का।
 इस कार्यक्रम में मैनेजमेंट के छात्र छात्राओं को बाजार की समझ की जानकारी दी गयी तो वहीं स्टार्टअप और बिजनेस के बीच का फर्क भी समझाया गया। उपस्थित छात्रों को बताया गया कि स्टार्टअप और बिजनेस दोनों ही आर्थिक विकास और रोजगार सृजन के लिए महत्त्वपूर्ण हैं, लेकिन उनकी सोच, संचालन और उद्देश्य में मौलिक अंतर होते हैं. स्टार्टअप नवाचार, तेजी से विकास और जोखिम लेने पर केंद्रित होते हैं, जबकि बिजनेस स्थिरता, मुनाफे और दीर्घकालिकता पर ध्यान देते है। कार्यक्रम में कुल 17 टीमों ने भाग लिया और अपने नवोन्मेषी और उद्यमशील विचारों को जोश और रचनात्मकता के साथ प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम ने छात्रों को शिक्षा से परे सोचने और स्टार्टअप्स एवं नवाचार की दुनिया को जानने का एक मंच प्रदान किया। इस कार्यक्रम में शीर्ष रैंकिंग वाले विचारों में खाद्य कटलरी, हेज फंड, मल्टीसर्विस आर्काइव्स, डिजिटल कंटेंट निर्माण, स्थानीय कारीगरों के उत्पाद, मिट्टी के बर्तन उद्योग से संबंधित व्यावसायिक योजनाएँ शामिल थीं। इस कार्यक्रम का निर्णायक मंडल डॉ. सुषमा, डॉ. आसिफ और डॉ. निधि ने किया, जिनकी बहुमूल्य अंतर्दृष्टि ने प्रतिभागियों के अनुभव को समृद्ध बनाया। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में आईएमएस के एसोसिएट प्रोफेसर प्रो. अमिताभ रॉय भी उपस्थित रहे, जिन्होंने नवोदित उद्यमियों को और अधिक प्रेरणा दी। लखनऊ विश्वविद्यालय के आईएमएस की ओएसडी प्रो. विनीता काचर के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में उद्यमशीलता की सोच के माध्यम से स्थायी प्रथाओं, डिजिटल नवाचार और स्थानीय सशक्तिकरण पर प्रकाश डाला गया और जीवंत भागीदारी और विचारोत्तेजक विचारों ने आईएमएस की युवा पीढ़ी की उद्यमशीलता की भावना को सचमुच प्रतिबिंबित किया।
 Modern Bureaucracy
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