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लखनऊ,(माॅडर्न ब्यूरोक्रेसी न्यूज)ः बाबासाहेब भीमराव अंम्बेडकर विश्वविद्यालय में दिनांक 17 सितंबर को हिंदी प्रकोष्ठ, राष्ट्रीय कैडेट कोर, संगीत क्लब और संगीत विभाग के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी पखवाड़ा का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर राज्यसभा सांसद एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त मंच पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन.एम.पी. वर्मा, सूचना विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विद्यापीठ के संकायाध्यक्ष प्रो. एम.पी. सिंह, एन.सी.सी. अधिकारी डॉ. राजश्री एवं विश्वविद्यालय हिन्दी अधिकारी डॉ. शिवकुमार त्रिपाठी मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं बाबासाहेब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि भारत तेजी से प्रगति करने वाला वह राष्ट्र है, जो वैश्विक स्तर पर अपना स्थान बना रहा है। सांस्कृतिक दृष्टि से भी भारतीय इतिहास सदियों पुराना है। ऐसे में भाषा के पक्ष को ध्यान में रखते हुए हमें इसे पुनर्जीवित करने के लिए प्रयास करने होंगे। साथ ही उन्होंने निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल दोहे का जिक्र करते हुए हिन्दी भाषा को उन्नति का आधार बताया। वहीं कुलपति प्रो. एन.एम.पी. वर्मा ने कहा कि हिन्दी भाषा भारतीयों के लिए महज एक भाषा नहीं बल्कि धरोहर है। दूसरी ओर आज वैश्वीकरण के दौर में ग्लोबल लैंग्वेज के पीछे भागते-भागते हमें अपनी मातृभाषा हिन्दी का महत्व नहीं भूलना चाहिए, क्योंकि हिन्दी हमारे इतिहास, संस्कृति और पहचान का अटूट हिस्सा है। वहीं प्रो. एम. पी. सिंह ने कहा कि हिन्दी पखवाड़ा भारत की सांस्कृतिक विविधता एवं एकता का उत्सव है। हमें सामंजस्यपूर्ण भारत का निर्माण करने के लिए हिन्दी भाषा का प्रयोग करना चाहिए क्योंकि एकता एवं अखंडता ही हमारे देश की वास्तविक पहचान है।
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हिंदी पखवाड़ा के उद्घाटन के अवसर पर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, कर्मचारियों, अधिकारियों एवं शिक्षकों के लिए एकल गायन प्रतियोगिता एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गायन प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के डॉ. श्रीकांत शुक्ला, सरस्वती संगीत अकादमी की विभागाध्यक्ष डॉ. आरती एवं सुप्रसिद्ध गायिका डॉ. श्वेता वर्मा उपस्थित रहीं, जिन्हें विश्वविद्यालय की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा एन.सी. सी. कैडेट्स सुहानी सिंह कुशवाहा, शिखा कुमारी, आयुषी सिंह और आस्था को राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ठ प्रदर्शन के लिए और विश्वविद्यालय का नाम रोशन करने के लिए मेडल पदक प्रदान किया गया।
इसके साथ ही विश्वविद्यालय में हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत दिनांक 17-30 सितंबर तक विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं संगोष्ठियों का आयोजन किया जायेगा, जिसके विजेताओं को समापन सत्र के दौरान पुरस्कार राशि एवं प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मानित किया जायेगा। मंच संचालन का कार्य डॉ. राजश्री द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रॉक्टर प्रो. संजय कुमार, छात्र अधिष्ठाता प्रो बी.एस. भदौरिया, परीक्षा नियंत्रक प्रो. विक्रम सिंह यादव, वित्त अधिकारी डॉ. अजय कुमार मोहंती, विधि अध्ययन विद्यापीठ की संकायाध्यक्ष प्रो. प्रीति मिश्रा, प्रो बी.सी. यादव, प्रो. सर्वेश सिंह, प्रो. राम पाल गंगवार, प्रो. रिपु सुदन सिंह, प्रो. एम एल. मीना, डॉ बबिता पांडे, डॉ रवि वर्मा, डॉ कुंवर सुरेंद्र बहादुर, डॉ.जवाहर लाल जाट, विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।